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15 लाख साल पहले धरती पर मानव प्रजातियां: एक साथ रही थीं दो प्राचीन प्रजातियां, जानिए क्या है पूरी रिसर्च का मामला

29 नवंबर 2024 – नई दिल्ली: वैज्ञानिकों ने हाल ही में एक हैरान करने वाली खोज की है, जिसमें यह दावा किया गया है कि 15 लाख साल पहले धरती पर दो अलग-अलग मानव प्रजातियां एक ही स्थान पर, एक ही समय पर, बिना किसी मतभेद के शांतिपूर्वक रहती थीं। यह दिलचस्प रिसर्च केन्या के कूबी फोरा जीवाश्म स्थल पर हुई और इसमें मिले पैरों के निशानों ने मानव इतिहास के इस महत्वपूर्ण पहलू को उजागर किया। यह चौंकाने वाली खोज हाल ही में वैज्ञानिकों द्वारा की गई, जो मानव इतिहास के बारे में हमारे विचारों को पूरी तरह बदल सकती है!
रिसर्च में खुलासा: एक ही समय पर दो प्रजातियां बसी थीं
हाल ही में हुई एक रिसर्च में यह दावा किया गया है कि 1.5 मिलियन साल पहले केन्या में दो प्राचीन मानव प्रजातियां एक ही झील के किनारे पर बसी थीं। ये प्रजातियां एक-दूसरे के बारे में जानती थीं और शायद आपस में संवाद भी करती थीं। यह निष्कर्ष, केविन हटाला द्वारा किए गए अध्ययन से सामने आया है, जो पिट्सबर्ग के चैथम विश्वविद्यालय में जीवविज्ञान के प्रोफेसर हैं।
कूबी फोरा में मिले पैरों के निशान
इस शोध में केन्या के कूबी फोरा जीवाश्म स्थल से मिले पैरों के निशान ने अहम भूमिका निभाई। 2007 में पहली बार मिले ये निशान होमिनिन के थे, जो आधुनिक मानवों से मिलते-जुलते थे। इसके बाद और भी निशान मिले, जो यह साबित करते हैं कि दोनों प्रजातियां एक ही समय में उस क्षेत्र में मौजूद थीं और शांति से एक साथ रह रही थीं।
क्या ये प्रजातियां एक-दूसरे से झगड़ती नहीं थीं?
वैज्ञानिकों का मानना है कि इन प्रजातियों के बीच कोई प्रतिस्पर्धा नहीं थी। दोनों प्रजातियां अपनी अलग जीवनशैली और आहार के कारण एक-दूसरे से टकराती नहीं थीं। यह संभावना जताई जा रही है कि ये प्रजातियां एक-दूसरे के साथ शांतिपूर्ण रिश्तों में रहती थीं, जैसे अच्छे पड़ोसी रहते हैं। उनके बीच संघर्ष नहीं हुआ क्योंकि दोनों ने एक-दूसरे के अस्तित्व को स्वीकार किया था।
क्या यह खोज मानव इतिहास की नई दिशा है?
यह शोध सिर्फ प्राचीन मानवों के जीवन के बारे में नई जानकारी नहीं देता, बल्कि यह यह भी संकेत करता है कि प्राचीन मानव समाजों में सहअस्तित्व और शांति से रहने की संभावना थी। इस रिसर्च से हमें यह समझने में मदद मिलती है कि शायद प्राचीन मानव प्रजातियां संघर्ष नहीं करती थीं, और कुछ प्रजातियां शांतिपूर्वक एक-दूसरे के साथ रह सकती थीं।
यह खोज न सिर्फ हमारे इतिहास को एक नई दिशा देती है, बल्कि यह यह भी बताती है कि प्राचीन मानव समाजों में सह-अस्तित्व और समझदारी से भरे रिश्ते हो सकते थे।