Punjab
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने श्री फतेहगढ़ साहिब गुरुद्वारे में मत्था टेका और कह दी बड़ी बात .. .
फतेहगढ़ साहिब, 23 दिसंबर 2024: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने सोमवार को कहा कि छोटे साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह तथा माता गुजरी जी का अद्वितीय बलिदान आने वाली पीढ़ियों को अन्याय, अत्याचार और शोषण के खिलाफ लड़ने की प्रेरणा देता रहेगा।
मुख्यमंत्री ने आज श्री फतेहगढ़ साहिब गुरुद्वारे में मत्था टेका और छोटे साहिबजादों व माता गुजरी जी के बलिदान को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि यह बलिदान मानव इतिहास में अद्वितीय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब पूरे महीने को शोक के महीने के रूप में मनाता है, क्योंकि इन दिनों छोटे साहिबजादों को क्रूर शासकों ने जिंदा दीवारों में चुनवा दिया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पवित्र भूमि का हर हिस्सा बेहद पूजनीय है, जिसके कारण यहां बड़ी संख्या में लोग श्रद्धा के साथ आते हैं। उन्होंने बताया कि साहिबजादों और माता गुजरी जी के इस बलिदान को याद करने के लिए हर साल शहीदी जोड़ मेल आयोजित किया जाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छोटे साहिबजादों ने साहस और निस्वार्थ सेवा के गुण दशम पिता गुरु गोबिंद सिंह जी से प्राप्त किए थे। पंजाब के इतिहास में ऐसे अनगिनत बलिदानों का उल्लेख है, जो गुरु अर्जन देव जी, गुरु तेग बहादुर जी और गुरु गोबिंद सिंह जी की शिक्षाओं और बलिदानों से प्रेरित हैं। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी को इस बलिदान की जानकारी देकर उन्हें देश और मानवता के लिए निस्वार्थ सेवा के लिए प्रेरित करना आवश्यक है।
मुख्यमंत्री ने याद दिलाया कि लोकसभा सांसद रहते हुए उन्होंने छोटे साहिबजादों के शहीदी दिवस पर लोकसभा में श्रद्धांजलि दिलाई थी। उन्होंने कहा कि बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह ने बहुत कम उम्र में साहस और निडरता का परिचय देते हुए सिरहिंद के मुगल गवर्नर के खिलाफ खड़े होकर शहादत प्राप्त की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार गुरु साहिबानों और शहीदों के पदचिन्हों पर चलते हुए समाज के हर वर्ग के कल्याण के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य और जनता की सेवा के इस महान कार्य में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है।
छोटे साहिबजादों और माता गुजरी जी का बलिदान न केवल पंजाब बल्कि पूरे विश्व के लिए गर्व का विषय है। उनकी स्मृति आने वाली पीढ़ियों के लिए सदा प्रेरणा बनी रहेगी।